* स्त्री
जिन दिनों रजस्वला हो उन दिनों पञ्च अखण्डित लॉन्ग लेकर उन्हें अपनी भग में भिगोए। ततपश्चात उन लोंगों को पीसकर जिस पुरुष के मस्तक पर डेल वह उसके वश में रहता है।
* मालती के फूलों को सरसों के तेल में डालकर पका लें। उस तेल को अपने गुटानगों में लगाकर को स्त्री मैथुन करती है वह अपने पति को अपने वश में कर लेती है।
* पूर्वा
फाल्गुनी नक्षत्र में अनार तोड़ लाये।
उसे अनार की धुप बडकर अपनी दाई भुजा में बाधकर जाएँ तो प्रत्येक वशीभूत हो जायेगा।
* साबुत काले उड़द में मेहंदी मिलाकर जिस दिशा में वर या वधु का घर हो उस तरफ फेंक देने से वर - वधु में प्यार बढ़ता है। क्लेश समाप्त होता है। यह क्रिया जहां पर विवाह
हुआ है, वहां से ही करनी हैं।
* उल्लू की पीठ की हड्डी लाकर उसे चन्दन के साथ घिसें, उसमे केसर, कस्तूरी तथा कुमकुम भी मिलाकर तिलक करें तो स्त्री वश में हो जाती है।
* मंगल के दिन दोपहर पहले श्मशान जाएं। अपने दोनों हाथ पीछे की ओर
करके एक लकड़ी को उठा लाएं। उस लकड़ी को रखकर पूजन करें। इस तरह 11 दिन पूजन करते रहें।
तत्पश्चात उस लकड़ी के साथ टुकड़े करें। इसमें से एक टुकड़े को शत्रु के घर गाड़ दें तथा
शेष टुकड़ो को बहा दें। इस तरह करने से शत्रु पूरी तरह वश में आ जाता है।
* आद्रा नक्षत्र में नदी में घुसकर एक डुबकी लगाकर, थोड़ी - सी रेत
निकाल लाएं। उसको जिसके मस्तक पर डाला जायेगा
वह वशीभूत हो जायेगा।
* सफेद सरसों, तुलसी, धतूरा, ओंगा और तिल का तेल इन सबको एकत्र कर
खूब महीन पीसकर जो स्त्री अपने शरीर पर लेप करती है उसका पति वश में हो जाता है।
* नीलकमल, गूगल और अगर सबको समभाग लेकर अपने सब अंगों में दूनी दें
तो उसे देखते ही सभी लोग मोहित हो जाते है।
* रविवार के दिन तुलसी के बीजों को सहदेई के रस में पीसकर तिलक करने
से स्त्री दीखते ही मोहित हो जाती है।
* इंदोरनी, चिनावटरी और मेनसिल इन सबको समभाग लेकर जौकुट करके अपने
अंग में देने से देखने वाला व्यक्ति मोहित हो जाता है।
* धतूरे के पंचांग का चूर्ण कर उसे भैंस के रुधिर में मिलाकर सन्ध्या
के समय अपने शरीर पर क्षुप देने से जो देखता है वही मोहित हो जाता है।
* पाँचों
प्रकार के फल से तिलक करने से सब लोग मोफिट हो जाते है।
* काकड़ा
सिंगी, वच, कूठ और चन्दन को कूटकर अपने शरीर और वस्त्रों पर धुप देने से देखने वाला व्यक्ति मोहित हो जाता है।
* पंचमी तिथि हो हुए जड़ खोद लाएं। उसका चूर्ण करके पान में रखकर जिसे खिला दिया जाये वही वह एमईपी चला आता है।
* आश्लेषा
नक्षत्र में देवदारु की लकड़ी लाकर बकरे के मूत्र में भिगोकर, कूट - पीसकर सुख लें। जिसका आकर्षण करना हो उसके मस्तक पर
इस चूर्ण को डालने से अभिलाषा पूर्ण हो जाती है।
वशीकरण करने के लिए वशीकरण टोटके और मंत्रो की आवश्यकता होती है क्योंकि बिना मंत्रो के वशीकरण कभी संभव नही है। वशीकरण बय फोटो एंड हेयर के द्वारा भी किया जा सकता है। वशीकरण में कई ऐसे टोटके है जिसके करने से आप किसी को भी वश में कर सकते है।
ReplyDeleteWonderful work you done. Love Guru Specialist
ReplyDeleteGood it is. Vedic Astrologer
ReplyDeleteVery Useful information...Love Vashikaran Mantra
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